Tripura में बढ़ी बीजेपी की मुश्किल! CPI (M) ने कांग्रेस के अलावा इस संगठन को भी लिया साथ
Tripura Elections : सीताराम येचुरी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता भारतीय जनता पार्टी को त्रिपुरा की सत्ता से बाहर करना है।
इस साल उत्तर-पूर्व के राज्य त्रिपुरा में चुनाव (Tripura Elections) होना है। त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार (BJP Govt) है। भाजपा ने साल 2018 में हुए चुनाव में दो दशक से भी ज्यादा समय से राज्य में शासन कर रही CPI (M) की सरकार को उखाड़ फेंका था। अब CPI(M) एकबार फिर से त्रिपुरा में वापसी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
बुधवार को CPI(M) ने ऐलान किया कि वह आने वाले चुनाव में कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन (Alliance) करेगी। वामपंथी दल ने आगे कहा कि दोनों पार्टियों का उद्देश्य भाजपा को हराना है। दोनों ही दलों के बीच सीटों का बंटवारा ‘ग्राउंड रियलिटी’ के आधार पर होगा। CPI (M) के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि चुनाव से पहले होने वाले इस गठबंधन में आदिवासी टिपरा मोथा (TIPRA Motha) पार्टी भी शामिल होगी।
इस मीटिंग में सीताराम येचुरी के अलावा प्रकाश करात, त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार, पार्टी के स्टेट सेक्रेटरी जितेंद्र चौधरी सहित राज्य के सभी जिलों से आए कई नेता मौजूद थे। मीटिंग के बाद सीताराम येचुरी ने बताया कि हम आने वाले चुनावों को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं, न केवल त्रिपुरा के लिए बल्कि लोकतंत्र और संविधान के लिए भी। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा के चुनाव पूर्वोत्तर, भारत, विकास और राष्ट्रीय राजनीति के संदर्भ में महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा कि CPI(M) मानती है कि भाजपा को हर हाल में त्रिपुरा में सरकार बनने से रोकना होगा। उन्होंने कहा कि लोगों को अच्छा जीवन देना और राज्य में विभिन्न समुदाय के लोगों के बीच तालमेल स्थापित करना लेफ्ट का उद्देश्य है।
जब उनसे बंगाल में कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को सफलता न मिलने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी की आलोचना कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को लेकर नहीं हुई बल्कि यह मांग की गई थी कि इसे कॉमन मेनिफेस्टो या प्रोग्राम के जरिए वास्तविक गठबंधन के रूप में विकसित किया जाना चाहिए।
TIPRA Motha के साथ गठबंधन क्यों नहीं आसान?
आदिवासियों से जुड़ा त्रिपुरा का यह सियासी दल ग्रेटर त्रिपरालैंड की मांग करता है। यह संगठन जिस ग्रेटर त्रिपरालैंड की मांग करता है, उसमें असम, मिजोरम और पड़ोसी बांग्लादेश के बॉर्डर वाले इलाके भी शामिल हैं। टिपरा मोथा की मांग के सवाल पर सीताराम येचुरी ने कहा कि पहला प्वाइंट यह है कि क्या भाजपा को हराया जाना चाहिए या नहीं। इन मुद्दों को बीच में नहीं लाइए। सवाल है आज सबसे जरूरी क्या है। जब उनसे सवाल किया गया कि त्रिपुरा में लेफ्ट का चेहरा कौन होगा तो सीताराम येचुरी ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता भाजपा को हराना है।