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सुप्रीम कोर्ट ने दिया अल्टीमेटम, PM ने तोड़ी चुप्पी, 10 पॉइंट्स में जानें मणिपुर में अब तक क्या-क्या हुआ
Manipur Video: सुप्रीम कोर्ट ने दिया अल्टीमेटम, PM ने तोड़ी चुप्पी, 10 पॉइंट्स में जानें अब तक क्या-क्या हुआ
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वायरल वीडियो पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बात की है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस विषय पर चर्चा होगी और कोई ना कोई सरकार की तरफ से जवाब देगा।
नई दिल्ली
Updated:

मणिपुर में जारी हिंसा के बीच दो महिलाओं को नग्न कर भीड़ द्वारा सड़क पर घुमाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ लोगों को दोनों महिलाओं के साथ जबरदस्ती छेड़छाड़ करते देखा जा सकता है। यह घटना 4 मई की बताई जा रही है। खबरों के मुताबिक, पीड़ित महिलाएं कुकी-जोमी समुदाय की हैं। दोनों पीड़ित महिलाओं में एक की उम्र 20 साल और दूसरी की 40 साल है। घटना दो महीने पहले की है और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस मामले में 18 मई को कांगपोकपी जिले में एक जीरो FIR दर्ज की गई थी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी में से एक को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया और बाकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
- वीडियो सामने आने के एक दिन बाद पीड़ितों में से एक ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्हें पुलिस ने भीड़ के पास छोड़ दिया था। अपनी शिकायत में पीड़ितों ने कहा है कि 4 मई को हथियार लेकर 800-1000 लोगों का एक समूह उनके गांव में घुस गया और लूटपाट और आगजनी शुरू कर दी। जिसके बाद गांव के पांच सदस्य, तीन महिलाएं और परिवार के दो सदस्य जंगल की ओर भाग गए थे।
- इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में पीड़ित महिलाओं की शिकायत के अनुसार, उन्होंने बताया था कि पुलिस ने उन्हें बचा लिया था और थाने ले जा रही थी लेकिन रास्ते में भीड़ ने उन्हें रोक लिया और थाने से करीब दो किलोमीटर दूर पुलिस हिरासत से छीन लिया। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि पुलिस ने हमें घर के पास से उठाया और गांव से थोड़ी दूर ले जाकर भीड़ के साथ सड़क पर छोड़ दिया।
- शिकायत में पीड़ित महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया था कि छोटी महिला के साथ दिनदहाड़े बेरहमी से सामूहिक बलात्कार किया गया। वायरल वीडियो में दिख रही दो महिलाएं समेत 50 साल की एक अन्य महिला को भी निर्वस्त्र किया गया था। आरोप है कि भीड़ ने 20 वर्षीय महिला के पिता और भाई को भी मार डाला।
- प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर शोक प्रकट करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि यह घटना किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले, मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा ह्रदय पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है। मणिपुर की जो घटना सामने आई है वह किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है। 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने और महिलाओं की सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने का आग्रह किया।
- घटना पर संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने का जो वीडियो सामने आया है वो वास्तव में परेशान करने वाला है। CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से इस पर कार्रवाई करने को कहा है। सीजेआई ने कहा कि यह बिल्कुल अस्वीकार्य है। CJI ने कहा कि जो वीडियो सामने आए हैं उससे हम बेहद परेशान हैं। अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो हम करेंगे।
- मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि दो महीने पहले राज्य में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने की घटना की गहन जांच जारी है और इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी तथा मौत की सजा की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है।
- विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (INDIA)’ के घटक दलों ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबसे पहले संसद के दोनों सदनों में मणिपुर के विषय पर बयान दें और फिर इस मुद्दे पर चर्चा कराई जाए। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, मणिकम टैगोर और कुछ अन्य विपक्षी सांसदों ने मणिपुर के मामले पर संसद के दोनों सदनों में चर्चा की मांग करते हुए बृहस्पतिवार को कार्यस्थगन के नोटिस दिए थे।
- महिला आयोग ने भी मणिपुर की घटना पर स्वतः संज्ञान लिया है। NCW अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि मणिपुर की घटना दिल दहलाने वाली है। हमने इसमें DGP, CS और मणिपुर प्रशासन से बात की है। यह वीडियो मई का है, मामले में एक मुख्य आरोपी को गिरफ़्तार किया गया है। मैंने 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही हमने ट्विटर को भी नोटिस दिया है कि उन्होंने इस तरह से एक महिला का बिना कपड़ों के वीडियो प्रसारित करने पर आपत्ति क्यों नहीं ज़ाहिर की।
- इससे पहले पुलिस ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा था कि अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ थाउबल जिले के नोंगपोक सेकमाई थाने में अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए हर संभव प्रयास जारी है।
- गौरतलब है कि मणिपुर में तीन मई से इंफाल घाटी में रहने वाले बहुसंख्यक मेइती समुदाय और पर्वतीय इलाकों में रहने वाले जनजातीय कुकी समुदाय के बीच जातीय झड़पें हो रही हैं। हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
First published on: 20-07-2023 at 14:48 IST