सुनील जाखड़ बन सकते हैं पंजाब भाजपा प्रधान:अमित शाह की गुरदासपुर रैली के बाद चर्चा; BJP में अंदरखाते विरोध शुरू
पंजाब भाजपा को जल्द मिलेगा नया प्रधान:अश्विनी शर्मा ने पार्टी ऑफिस से सामान समेटा; सुनील जाखड़ को मिल सकती है जिम्मेदारी
अमृतसर2 महीने पहले
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अश्वनी शर्मा और सुनील जाखड़।
अश्विनी शर्मा की पंजाब BJP के प्रधान पद से छुट्टी हो गई है। उन्होंने पार्टी के चंडीगढ़ स्थित स्टेट हेडक्वार्टर से सामान समेट लिया है। हालांकि उन्होंने इस्तीफा देने की बात से इनकार किया। शर्मा ने कहा कि भाजपा में इस्तीफा देने जैसी परंपरा नहीं है। इतना जरूर है कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की बात से इनकार नहीं किया है। शर्मा 3 साल पार्टी के प्रधान रहे।
वहीं भाजपा सुनील जाखड़ को पंजाब का नया प्रधान बना सकती है। सुनील जाखड़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। वह कुछ महीने पहले ही भाजपा में शामिल हुए। जाखड़ और कैप्टन अमरिंदर सिंह की जोड़ी ही पिछले चुनाव में कांग्रेस को सत्ता में लाई थी।
18 जनवरी 2020 को अश्वनी शर्मा दूसरी बार पंजाब भाजपा के प्रधान बने थे। इसके बाद विधानसभा चुनाव और संगरूर व जालंधर लोकसभा उपचुनावों में पार्टी ने उन्हीं की अध्यक्षता में चुनाव लड़ा, लेकिन पार्टी को करारी हार देखनी पड़ी थी। पहली बार 2010 में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।

मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को सुनील जाखड़ के नाम की घोषणा करने से पहले भाजपा के अंदर विरोध को शांत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा का इस समय लक्ष्य लोकसभा चुनाव 2024 है। जिस तरह सुनील जाखड़ को गुरदासपुर में मंच पर पेश किया गया, उससे साफ होता है कि उन्हें प्रधान के अलावा सांसद उम्मीदवार के तौर पर भी तैयार किया जा रहा है।
शांत हो चुका है भाजपा का एक गुट
भाजपा में एक समय में दो नाम कमल शर्मा व अश्विनी शर्मा टॉप पर थे, लेकिन कमल शर्मा के देहांत के बाद एक गुट पूरी तरह से शांत हो गया। वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू काफी समय पहले ही भाजपा छोड़ कांग्रेस में आ चुके हैं। इसी बीच अकाली दल से अलग होने के बाद अश्विनी शर्मा ग्रुप भी चुनावों में कुछ खास नहीं कर पाया। जिसके चलते हाईकमान का रुख कांग्रेस छोड़ कर आए एक्सपीरिएंस नेताओं की तरफ अधिक हो गया।

रूरल पंजाब है भाजपा का लक्ष्य
पंजाब की सियासत की बात करें तो 7 ऐसे बड़े चेहरे हैं, जो भाजपा का दामन थाम चुके हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा सुनील जाखड़, पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल, पूर्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़, राजकुमार वेरका, सुंदर शाम अरोड़ा, बलबीर सिंह सिद्धू और राणा गुरमीत सोढी शामिल हैं। BJP को उम्मीद है कि ये सभी वे चेहरे हैं, जो उन्हें पंजाब की 13 लोकसभा सीटों के लक्ष्य तक पहुंचा सकते हैं।