राहुल-कांग्रेस जब अमेठी, यूपी के न हुए, तो मेरे कहां होने वाले
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योगी ने कहा “लोनी कि घटना का पर्दाफास हो चुका है। वहां पर ‘जय श्री राम’ या ‘वंदे मातरम’ जैसे शब्दों का कहीं कोई उपयोग नहीं हुआ था। यह विवाद एक ही समुदाय के दो लोगों का था और इस विवाद को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई थी।”
जनसत्ता ऑनलाइन
Edited By सिद्धार्थ राय
नई दिल्ली | Updated: July 12, 2021 12:17 PM
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। (express file photo)
गाजियाबाद जिले के लोनी बॉर्डर थाना इलाके के बेहटा हाजीपुर में बुजुर्ग को बंधक बनाकर यातनाएं देने व दाढ़ी काटने के मामले का जिक्र करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है।
न्यूज़ चैनल ‘टाइम्स नाऊ’ में एक इंटरव्यू के दौरान पत्रकार ने योगी आदित्यनाथ से पूछा कि विपक्ष आपके ऊपर सांप्रदायिक राजनीति का आरोप लगाता है। क्योंकि आपकी छवि इस तरह की है। लोग अक्सर इसको लेकर आप पर निशाना साधते हैं। वे कहते हैं कि कहीं न कहीं शायद आप अल्पसंख्यक समाज के साथ अन्याय कर रहे हैं। अपने वक्तव्यों में हर बार विपक्ष ऐसा बोलता है। इसपर आप राहुल गांधी जैसे लोगों को क्या बोलना चाहेंगे?
इसपर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जवाब देते हुए कहा “लोनी कि घटना का पर्दाफास हो चुका है। वहां पर ‘जय श्री राम’ या ‘वंदे मातरम’ जैसे शब्दों का कहीं कोई उपयोग नहीं हुआ था। यह विवाद एक ही समुदाय के दो लोगों का था और इस विवाद को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई थी।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा “जब हम बिना सोचे समझे वक्तव्य देते हैं। तो हास्यपूर्ण स्थिति हो जाती है, जैसे राहुल गांधी अपने वक्तव्यों से हास्यपूर्ण स्थिति में पहुँच जाते हैं। इसीलिए लोग उन्हें गंभीरता से नहीं लेते। लोनी की घटना में पुलिस ने दूध का दूध और पानी का पानी साफ कर दिया है।”
योगी आदित्यनाथ ने कहा “राहुल गांधी से मैं पूछना चाहता हूं। कब वे उत्तर प्रदेश को अपमानित करना बंद करेंगे। क्योंकि जब वह केरल में जाते हैं। तो अमेठी और उत्तर प्रदेश के नागरिकों के बारे में टिप्पणी करते हैं।”
योगी ने मुस्कुराते हुए कहा “जिस अमेठी ने, जिस उत्तर प्रदेश ने इस परिवार की चार चार पीढ़ी को प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया। देश के बड़े-बड़े पदों पर पहुंचाया। जब ये लोग उनके नहीं हुए तो मेरे कहां होने वाले हैं। इसीलिए ये सोच का अंतर है।”