राज्यसभा से भी AAP को लगेगा जोरदार झटका, बीजेपी की जुगाड़ू पॉलिटिक्स ने बहुमत का कर दिया इंतजाम, कल हकीकत बनेगा दिल्ली सेवा बिल?
दिल्ली में जारी अध्यादेश विवाद में आज सबसे बड़ा मोड़ आने जा रहा है। गृह मंत्री अमित शाह राज्यसभा में दिल्ली सेवा बिल पेश करने जा रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी आम आदमी पार्टी को बड़ा सियासी झटका लगने वाला है। बीजेपी ने राज्यसभा में बहुमत का वो आंकड़ा जुटा लिया है जिससे दिल्ली सेवा बिल अब कानून बनने जा रहा है।
बीजेपी ने कैसे किया नंबर का इंतजाम?
असल में बीजेपी को उम्मीद के मुताबिक नवीन पटनायक की बीजेडी और जगन मोहन रेड्डी की YSR कांग्रेस का समर्थन मिल गया है। दोनों के पास कुल मिलाकर 18 सांसद हैं जो अब बीजेपी के पक्ष में फैसला दिलवाने जा रहे हैं। अगर सबकुछ तय रणनीति के तहत रहता है, तो उस स्थिति में बिना किसी रुकावट के राज्यसभा से दिल्ली सेवा बिल पारित होने जा रहा है।
क्या है राज्यसभा का वर्तमान गणित?
असल में राज्यसभा में वर्तमान में राज्यसभा में 238 सांसद मौजूद हैं। वहां भी बसपा ने पहले ही वोटिंग के दौरान बॉयकॉट करने की बात कर दी है, ऐसे में उसका एक सांसद माइनस कर दिया जाएगा। अब जब संसद में कुल आंकड़ा 237 का बैठता है, उस स्थिति में बहुमत के लिए 119 सांसदों की जरूरत है। अब अकेले तो बीजेपी के पास भी ये नंबर नहीं है, उसके सहयोगी दलों को भी मिला दें, फिर भी जादुई आंकड़ा नहीं बैठता। लेकिन जुगाड़ू पॉलिटिक्स में माहिर बीजेपी ने अपने लिए दोनों बीजेडी और YSR कांग्रेस का समर्थन जुटा लिया है। इसके अलावा टीडीपी भी केंद्र का समर्थन करने जा रही है। इसी वजह से नंबर गेम पूरी तरह बदल गया है।
इंडिया गठबंधन अगर एकजुट, बदलेगी स्थिति?
बदले हुए नंबर गेम की बात करें तो एनडीए का कुल आंकड़ा आराम से 129 तक पहुंच सकता है, यानी कि बहुमत से काफी आगे। इस समय एनडीए के पास 103 सदस्य हैं, दो निर्दलीय सांसदों का भी समर्थन है। इसके अलावा बीजेडी और YSR कांग्रेस के 9-9 सांसद भी साथ आने वाले हैं। ऐसे में आंकड़ा बिना किसी चुनौती के बहुमत तक पहुंच रहा है। वहीं एनडीए को चुनौती देने वाले INDIA के पास सारा जुगाड़ करने के बाद भी 109 सांसद बचते हैं।
अब ये नंबर गेम साफ बताता है कि लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी आम आदमी पार्टी को जोरदार झटका लगने वाला है। इंडिया गठबंधन अगर एकजुट होकर भी इस बिल का विरोध कर दे, उस स्थिति में भी एनडीए का रास्ता नहीं रोक सकता। वैसे लोकसभा में भी दिल्ली सेवा बिल पर जोरदार बहस देखने को मिल गई थी। गृह मंत्री अमित शाह ने एक तरह से पूरा चुनावी भाषण देने का काम किया था। उन्होंने बिल पर तो बात की ही, इसके अलावा लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल भी बजा दिया।
अमित शाह का लोकसभा भाषण
लोकसभा में विपक्ष पर तंज कसते हुए अमित शाह ने कहा था कि इस सेशन में कुल 9 बिल पारित किए गए। विपक्ष कहता है कि पीएम मोदी को खुद आकर इन 9 बिलों पर बात करनी चाहिए। लेकिन फिर आज क्या हो गया। इन लोगों को लोकतंत्र की कोई चिंता नहीं, बस अपने गठबंधन को बचाने की पड़ी है। इंडिया इस डबल स्टैंडर्ड को समझ रहा है। मैं तो मणिपुर पर भी बात कर सकता हूं, सब जवाब दूंगा। जनता सब जानती है, आपने खुद को एक्सपोज कर लिया है।