तृणमूल ने कैश-फॉर-क्वेरी आरोप पर महुआ से सफाई मांगी:डेरेक ओ’ब्रायन बोले
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तृणमूल ने कैश-फॉर-क्वेरी आरोप पर महुआ से सफाई मांगी:डेरेक ओ’ब्रायन बोले- पहले संसदीय कमेटी जांच कर ले, फिर पार्टी फैसला लेगी
कोलकाता2 घंटे पहले
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डेरेक से पहले पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष भी कह चुके हैं कि इस मामले में तृणमूल कांग्रेस कुछ नहीं कहना चाहती है। जो विवाद में घिरा है (महुआ मोइत्रा), वही बात करे तो बेहतर होगा।
पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप में फंसीं तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा से उनकी पार्टी ने सफाई मांगी है। पार्टी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने रविवार को कहा कि इन आरोपों को लेकर पार्टी ने महुआ से अपनी स्थिति साफ करने को कहा है।
डेरेक ने कहा कि हमने मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं। पार्टी ने संबंधित सांसद को सलाह दी है कि वे अपने ऊपर लगाए इन आरोपों पर अपनी सफाई दें, जो कि वे दे चुकी हैं। लेकिन, ये मामला जनता द्वारा चुने गए एक प्रतिनिधि से जुड़ा है, इसलिए अभी संसद की समिति को मामले की जांच करने दीजिए। जांच पूरी होने के बाद पार्टी इस बारे में फैसला लेगी।

महुआ मोइत्रा ने 2016 में पहला चुनाव पश्चिम बंगाल के करीम नगर विधानसभा से जीता था। 2019 में वे TMC के टिकट पर कृष्णानगर से लोकसभा चुनाव लड़ी और जीतीं।
तृणमूल ने कहा- जो इंसान विवाद में घिरा, वही जवाब दे तो सही
महुआ पर लगे आरोपों को लेकर TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने शनिवार को कहा था कि पार्टी को इस मामले में कुछ नहीं कहना है। जो इंसान इस विवाद में घिरा है, वही इस पर बात करने के लिए सबसे सही व्यक्ति है। वहीं, एक अन्य TMC नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा था कि पार्टी लीडरशिप किसी भी तरह की कॉन्ट्रोवर्सी में नहीं पड़ना चाहती है, इसलिए पार्टी इस मामले से दूरी बनाकर चलेगी।
निशिकांत का एक और आरोप- दुबई से खोली गई महुआ की संसद वाली ID
महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उन पर एक और गंभीर आरोप लगाया है। निशिकांत ने शनिवार को सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा- कुछ पैसे के लिए एक सांसद ने देश की सुरक्षा को गिरवी रख दिया। मैने इसे लेकर लोकपाल से शिकायत की है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

इस विवाद के बीच महुआ ने रविवार को सोशल मीडिया पर तस्वीर पोस्ट की, जिसमें वे दुर्गा मां की मूर्ति की सामने बैठी नजर आ रही हैं। उन्होंने कैप्शन लिखा- हैप्पी अष्टमी!
क्या है मामला?
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने महुआ पर आरोप लगाए थे कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे और तोहफे लिए थे। इस मामले को स्पीकर ने एथिक्स कमेटी को भेज दिया है। महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा की एथिक्स कमेटी 26 अक्टूबर को सुनवाई करेगी।
इसके लिए कमेटी ने निशिकांत दुबे को बुलाया है। लोकसभा के डिप्टी सेक्रेटरी बाला गुरु ने दुबे को नोटिस जारी करते हुए ये जानकारी दी। निशिकांत सुनवाई में मौजूद रहेंगे या नहीं, इसे लेकर उन्हें 20 अक्टूबर तक जवाब देने को कहा गया है। ये सुनवाई संसद के कमेटी रूम में होगी।

महुआ मोइत्रा केस से जुड़े 4 किरदार…
1. महुआ मोइत्राः अमेरिका में पढ़ीं, लंदन में नौकरी और बंगाल में राजनीति

इस केस की मुख्य पात्र महुआ मोइत्रा हैं, जिन पर सारे आरोप हैं। TMC सांसद महुआ मोइत्रा मूलत: बैंकर हैं। बेसिक एजुकेशन के बाद मोइत्रा हायर एजुकेशन के लिए अमेरिका गईं। बाद में उनकी नौकरी लंदन के एक प्रतिष्ठित बैंक में लगी।
कुछ सालों में उनका नौकरी से मोह भंग हुआ और वे राजनीति में कूदीं। उन्होंने 2016 में पहला चुनाव पश्चिम बंगाल के करीम नगर विधानसभा से जीता था। 2019 में वे TMC के टिकट पर कृष्णानगर से लोकसभा चुनाव लड़ी और जीतीं।
2. निशिकांत दुबेः राजनीति में आने से पहले कॉर्पोरेट वर्ल्ड में थे

इस कहानी में दूसरा अहम किरदार भाजपा सांसद निशिकांत दुबे का है। 15 अक्टूबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने महुआ पर आरोप लगाए थे कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे और तोहफे लिए थे।
गोड्डा झारखंड से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने 2009 में राजनीति में कदम रखा था। इससे पहले वे एस्सार ग्रुप में कॉर्पोरेट हेड थे। उन्होंने 2009 में गोड्डा से पहला चुनाव जीता था। इसके बाद 2014 और 2019 में भी जीत हासिल की।
3. दर्शन हीरानंदानी: रियल एस्टेट कंपनी हीरानंदानी ग्रुप के CEO, अडाणी ग्रुप के कॉम्पिटिटर

42 वर्षीय दर्शन हीरानंदानी ने एक लेटर लिखकर महुआ पर और आरोप मढ़े हैं। दर्शन मुंबई बेस्ड रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी हीरानंदानी ग्रुप के CEO हैं। उनके पिता रियल एस्टेट टाइकून निरंजन हीरानंदानी हैं।
दर्शन डेटा सेंटर, क्लाउड कम्प्यूटिंग, तेल और गैस, लॉजिस्टिक, वेयरहाउस जैसी कई कंपनियों के प्रेसिडेंट हैं, जो हीरानंदानी ग्रुप के अंडर में हैं। दर्शन ने न्यूयॉर्क के रोचेस्टर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से MBA और BSc की डिग्री ली है। हीरानंदानी ग्रुप अडाणी ग्रुप का कॉम्पिटिटर है।
4. जय अनंत देहाद्राई: महुआ पर आरोप लगाने वाले सुप्रीम कोर्ट के वकील

जय अनंत देहाद्राई सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक जय अनंत देहाद्राई और महुआ मोइत्रा दोनों पहले दोस्त थे, बाद में दोनों में झगड़ा हो गया। मोइत्रा ने पिछले छह महीनों में आपराधिक अतिक्रमण, चोरी, अश्लील संदेश और दुर्व्यवहार के लिए देहाद्राई के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। जय अनंत ने CBI में मोइत्रा के खिलाफ सबूत देकर शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद यही सबूत BJP सांसद निशिकांत दुबे के माध्यम से पेश कर संसद में शिकायत दर्ज कराई गई है।
महुआ मोइत्रा के संसद में 62 सवाल, 9 अडाणी से जुड़े
2019 में सांसद बनने के बाद से महुआ मोइत्रा ने पार्लियामेंट में 28 केंद्रीय मंत्रालयों से जुड़े 62 सवाल पूछे हैं, जिनमें पेट्रोलियम से लेकर कृषि, शिपिंग, नागरिक उड्डयन, रेलवे आदि शामिल हैं।
sansad.in की वेबसाइट के मुताबिक, 62 सवालों में से सबसे ज्यादा 9 सवाल पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के लिए थे, उसके बाद वित्त के लिए आठ सवाल थे।
कुल 62 में से 9 सवाल अडाणी समूह से संबंधित थे। इनमें से छह सवाल पेट्रोलियम मंत्रालय के लिए और एक-एक सवाल वित्त, नागरिक उड्डयन और कोयला मंत्रालयों के लिए था।

आरोप सही साबित हुए तो महुआ को सजा क्या मिलेगी
जिस भी सांसद पर ऐसे आरोप लगते हैं उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाता है। कमेटी आरोप लगाने वालों को भी समन देकर पूछताछ के लिए बुला सकती है। कमेटी जांच करेगी कि क्या ये किसी खास के हित में या उसके बिजनेस को लाभ पहुंचाने के लिए पूछे गए हैं। पूरी जांच कर एथिक्स कमेटी अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष को देगी।
अगर इसमें किसी भी तरह की सजा की सिफारिश की जाती है तो संसद में रिपोर्ट रखे जाने के बाद सहमति के आधार पर उस सांसद के खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है। वहीं स्पीकर को भी ये अधिकार है कि वो सेशन नहीं चल रहा हो तो कार्रवाई को लेकर फैसला ले सकते हैं।

एथिक्स कमेटी का क्या रोल है
एथिक्स कमेटी महुआ मोइत्रा को समन देकर पेश होने को कह सकती है। उनसे पूछताछ कर सकती है। आरोप लगाने वाले सांसद निशिकांत दुबे से सबूत मांग सकती है। अगर मोइत्रा दोषी साबित होती हैं तो उनकी सदस्यता भी जा सकती है।
लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने काम शुरू कर दिया है। बुधवार को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई को मौखिक सबूत देने के लिए गुरुवार 26 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा गया है।
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झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया है। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को लिखी चिट्ठी में दुबे का आरोप है कि महुआ मोइत्रा को सदन में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट और कैश मिला।
इसके जवाब में महुआ मोइत्रा ने X पर लिखा- फेक डिग्री वाले और भाजपा के कई नेताओं के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के मामले लंबित हैं। अगर स्पीकर उन सबसे निपट लेते हैं तो मैं अपने खिलाफ किसी भी प्रस्ताव का स्वागत करूंगी। पूरी खबर यहां पढ़ें…
महुआ मोइत्रा के वकील केस से हटे; सुप्रीम कोर्ट के वकील जय देहाद्राई बोले- बाहर सेटलमेंट करने का ऑफर दिया
महुआ के वकील गोपाल शंकरनारायणन केस की सुनवाई से हट गए हैं। महुआ ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान ही वकील जय अनंत देहाद्राई ने जज के सामने कहा कि महुआ के वकील गोपाल शंकरनारायणन ने मुझे गुरुवार रात को फोन किया था। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या बाहर समझौता हो सकता है? पूरी खबर यहां पढ़ें…