क्या राहुल गांधी ही होंगे I.N.D.I.A. का चेहरा? गहलोत बोले
Rahul Gandhi PM Face: कांग्रेस में पीएम फेस का उम्मीदवार कौन होगा? इस सवाल का जवाब एक बार फिर से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिया है। गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस का प्रधानमंत्री पद का चेहरा हैं और वो ही देश में एकमात्र नेता हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला कर सकते हैं। मोदी सरनेम मामले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाए जाने के तुरंत बाद अशोक गहलोत ने यह टिप्पणी की।
अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘मैंने तय कर रखा है कि मैं सिर्फ राजस्थान की राजनीति ही करूंगा और राजस्थान की सेवा करने का संकल्प ले अंतिम सांस तक ले रखा है। वो सवाल कभी पैदा होगा ही नहीं, आगे भी, कि मैं दिल्ली की राजनीति में उम्मीदवार हूं।’
मीडियाकर्मियों ने जब गहलोत से पूछा कि राज्य में 2023 का विधानसभा चुनाव जीतने पर क्या यह माना जाए कि 2024 में वह प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं अपने काम के आधार पर, शासन के आधार पर, सिर्फ और सिर्फ उनके आधार पर चुनाव प्रचार में जाऊंगा और कोई भावना नहीं।’
हमारे लिए प्रधानमंत्री का चेहरा राहुल गांधी: अशोक गहलोत
अशोक गहलोत ने कहा कि जब हमारी पार्टी का प्रधानमंत्री का चेहरा राहुल गांधी है तो फिर यह बातें कहां से उठती हैं कि और कोई आएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या वह अधिकृत रूप से कह रहे हैं कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद का चेहरा हैं? इस पर राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमारे लिए तो प्रधानमंत्री के चेहरा राहुल गांधी ही रहेंगे। बाकी आलाकमान जाने और आगे देखते है क्या होता है।’
राहुल गांधी व पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा पार्टी की तरफ से किसी को भी प्रधानमंत्री पद का चेहरा नहीं बनाए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर गहलोत ने कहा, ‘ वे अपनी जगह ठीक हो सकते हैं, क्योंकि जो गठबंधन इंडिया बना है उसमें इन लोगों ने क्या चर्चा की है, उसकी मुझे जानकारी नहीं।
अशोक गहलोत ने कहा कि मैं तो इतना कह सकता हूं कि देशवासी जानते हैं, कांग्रेस वाले जानते हैं, देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अगर कोई मुकाबला कर रहा है, तो उसका नाम राहुल गांधी है।’ इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता दोबारा बहाल होने का रास्ता साफ हो गया है। निचली अदालत द्वारा दो साल की सज़ा सुनाए जाने के परिणामस्वरूप मार्च में राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया गया था।