हिमाचल में निमोनिया की दवाएं:देशभर में मिले कई दवाओं के डैम, एंटीबायोटिक भी हुए स्पेक्ट्रम, हर साल 10% डैम बढ़ेंगे
नालागढ़3 घंटे पहले
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हिमाचल में दीवानी हो गई हैं। राष्ट्रीय औषधि शुल्क बीमा प्राधिकरण (एनपीपीए) में निमोनिया सहित कई दवाओं की दरें बढ़ाई गई हैं। दवाओं की अधिकतम सेल सेल (MRP) तय की जाती है। निमोनिया, दिमागी बुखार, संक्रमण, जीवाणु संक्रमण की दवाओं की सेल निर्धारित हो गई है।
राष्ट्रीय औषधि शुल्क अधिकार प्राधिकरण (एनपीपीए) अपने मूल्यों की गणना के बाद की दरें निर्धारित करता है। इसकी सूचना भी जारी कर दी गई है। सूचना में यह चेतावनी भी जारी की गई है कि यदि निर्धारित आदेश से अधिक रेटिंग दी गई है तो विभाग सख्त कार्रवाई करेगा।

DPCO-2013 के आधार पर आयात की गणना की गई, जिसके बाद निमोनिया, दिमागी बुखार, पेट में इंफेक्शन में उपयोग करने वाली एम्प्लस एबी के कैप्सूल, गैस और अन्य में काम आने वाले नोवाक्लोक्स एलबी कैप्सूल का निर्देश बनाया गया है । पहले संक्रमण और गले के संक्रमण में उपयोग में ट्रेसमोक्स एलबी कैप्सूल के अनुक्रम को भी गणना के बाद तय किया गया है।
इन दवाओं में बांधों में हुई प्रति यूनिट कारण
निमोनिया, दिमागी बुखार, पेट में इंफेक्शन में उपयोग करने वाला एम्प्लस एबी के कैप्सूल का रेट 7.84 रुपये प्रति यूनिट, गैस और अन्य में काम आने वाली नोवाक्लोक्स एलबी कैप्सूल का रेट 4.84 रुपये व साईट संक्रमण और गले के इंफेक्शन में उपयोग में ट्रेसमोक्स एलबी का रेट 9.99 रुपये होगा।
सबसे पहले तय हुई थी 74 दवाओं की सेल
राष्ट्रीय औषधि शुल्क अधिकार प्राधिकरण (एनपीपीए) ने इससे पहले करीब 74 दवाओं के अधिकार में बदलाव किया था। 56 दवाओं की अधिकतम सेल और 18 दवाओं की सेल (MRP) तय की गई है। ऐसे में अब एलर्जी, हृदय रोग, कैंसर, अल्सर, माइग्रेन, सर्दी, जुकाम, बुखार, एंटीबायोटिक दवाओं सहित फ्लूसी इन्फेक्शन की दवाई व इंजेक्शन आदि भी बहुत मिलेंगे।