विपक्षी पार्टियों ने की जम्मू-कश्मीर को राज्य बनाने की मांग:इलेक्शन कमीशन से जल्द चुनाव कराने को कहा; मई में श्रीनगर जाएंगे विपक्षी नेता
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विपक्षी पार्टियों ने की जम्मू-कश्मीर को राज्य बनाने की मांग:इलेक्शन कमीशन से जल्द चुनाव कराने को कहा; मई में श्रीनगर जाएंगे विपक्षी नेता

फारूक अबदुल्ला का कहना है कि पीएम मोदी और अमित शाह कहते हैं कि J&K में सब नॉर्मल है, यहां जी-20 देशों की मीटिंग भी होगी तो फिर अब तक चुनाव क्यों नहीं हुए हैं।
दिल्ली में विपक्षी पार्टियों ने जम्मू-कश्मीर को दोबारा से राज्य बनाने और तुरंत इलेक्शन कराने की मांग की है। पार्टियों ने फैसला लिया है कि वे मई में कश्मीर के लोगों को सपोर्ट करने के लिए श्रीनगर जाएंगे।
जम्मू-कश्मीर की पॉलिटिकल पार्टियों के डेलीगेशन ने दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात की। इस मीटिंग में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, DMK, NCP, TMC, CPIM, और RJD समेत कई पार्टियों के नेता मौजूद रहे।
शरद पवार- श्रीनगर जाकर लोगों का दुख बांटेंगे
शरद पवार ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों के नेता जम्मू-कश्मीर जाकर लोगों का दुख बांटेंगे और उन्हें भरोसा दिलाएंगे कि हम उनके साथ हैं।
इस मीटिंग के जरिए, जम्मू-कश्मीर की पार्टियों ने स्टेटहुड और चुनाव की मांग को लेकर पहली बार विपक्षी पार्टियों से समर्थन जुटाने की कोशिश की है।

मीटिंग में फारूक अबदुल्ला, आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह और आरजेडी राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा समेत कई पार्टियों के नेता मौजूद रहे।
इलेक्शन कमीशन से भी मिली पार्टियां
मीटिंग के बाद J&K की पार्टियों का डेलीगेशन इलेक्शन कमीशन से भी मिलने गईं। वहां उन्होंने चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया। फारूक अबदुल्ला ने कहा कि इलेक्शन कमीशन ने उन्हें भरोसा दिया है कि चुनाव कराने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
फारूक अबदुल्ला ने कहा कि सभी पार्टियां इलेक्शन चाहती हैं और चुनाव का टालने का कोई कारण नहीं है। फारूक ने पूछा कि पीएम मोदी और अमित शाह कहते हैं कि J&K में सब नॉर्मल है, यहां जी-20 देशों की मीटिंग भी होगी तो फिर अब तक चुनाव क्यों नहीं हुए हैं।
11 मार्च को बनी थी योजना
11 मार्च को फारूक अबदुल्ला के घर पर जम्मू-कश्मीर की सभी विपक्षी पार्टियां इकट्ठी हुईं थीं और उन्होंने चुनाव आयोग से मिलने का फैसला लिया था। J&K की पार्टियों के डेलीगेशन में कांग्रेस, नेशनल पैंथर्स पार्टी, अवामी नेशनल कॉफ्रेंस, नेशनल कॉफ्रेंस और PDP समेत कई पार्टियों के नेता शामिल हैं।
उमर अबदुल्ला ने कहा कि ये धारणा भी गलत है कि जम्मू में लोग भाजपा से खुश हैं।
चुनाव हुए तो हार जाएगी भाजपा: उमर अबदुल्ला
फारुक अबदुल्ला के बेटे उमर अबदुल्ला ने भी आज चुनाव को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा और नगालैंड में चुनाव हो चुके हैं। अगले महीने कर्नाटक में भी होंगे। जब वहां चुनाव हो सकते हैं तो जम्मू-कश्मीर में क्यों नहीं हो सकते। भाजपा चुनाव कराने से डरती है क्योंकि उसे पता है कि लोगों के साथ किए गए बुरे व्यवहार की वजह से वे हार जाएंगे।
इसी साल चुनाव होने की संभावना
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटों का परिसीमन पूरा हो चुका है। ऐसे में वहां इसी साल विधानसभा चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है।
जम्मू-कश्मीर में पिछले 5 साल से कोई चुनी हुई सरकार नहीं है। J&K में पिछले चुनाव 2014 में हुए थे। तब वहां भाजपा ने महबूबा मुफ्ती की PDP के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। 2018 में भाजपा ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। इसके बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था।
अगस्त 2019 में केंद्र सरकार ने आर्टिकल 370 को रद्द कर दिया था और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया था।

पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा-लोकसभा क्षेत्रों के परिसीमन को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी थी।
राहुल ने कहा था- लोकतंत्र की बहाली चाहते हैं
श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा के पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने कॉन्फ्रेंस में कहा था- आर्टिकल 370 पर हमारा स्टैंड क्लियर है। हमारी वर्किंग कमेटी में इसकी चर्चा हुई है, इसके दस्तावेज दिखा दूंगा। हम जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली चाहते हैं। भाजपा का कहना था कि 370 हटने के बाद यहां सब ठीक हो गया है, लेकिन यहां टारगेट किलिंग हो रही है। लोगों में डर का माहौल है। अगर सब कुछ ठीक है तो अमित शाह जम्मू से श्रीनगर तक पदयात्रा करके दिखाएं। पूरी खबर पढ़ें…
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