बारामती में दम घुटने से चार लोगों की मौत गोबर गैस के पाइप की सफाई करने उतरे थे मरने वालों में पिता-पुत्र भी
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बारामती में दम घुटने से चार लोगों की मौतगोबर गैस चेंबर के पाइप की सफाई करने उतरे थे, मरने वालों में पिता-पुत्र भी

गोबर गैस के इसी चैंबर में छेद के दौरान चारों की मौत हो गई।
जिले के बारामती में बुधवार को गोबर गैस के चैंबर में दम घुटने से चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि प्रवीण अटोले नाम के व्यक्ति के चेंबर को पाइप से साफ करने के लिए पाइप के अंदर गया लेकिन वह बेहोश हो गया। उसे बचाने के लिए उसके पिता अंदर गए तो वो भी बेहोश हो गए। जब वे दोनों बाहर न आए तो वे देखने लगे। 2 वे भीतर तो चले गए, परन्तु वे भी बाहर न आए। चारों की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक घटना खंडाज गांव में बुधवार सुबह करीब पौने 11 बजे है। जिस चेंबर की सफाई के लिए ये लोग उतरे वह गोबर गैस टैंक का था।
मोटर पंपों में जाम लगा दिया गया था
घटना के समय मौजूद एक व्यक्ति ने कहा कि चेंबर भरा हुआ था और ये लोग उसे साफ कर रहे थे। चैंबर के मोटर पंप में जाम लगा हुआ था, इसलिए प्रवीण इसे हटाने के लिए अंदर चले गए। लेकिन दम घुटने के कारण वह बेहोश हो गया। उनके बाद उनके पिता भानुदास अटोले अंदर चले गए लेकिन वो भी बाहर नहीं आए। उन्हें सोपान अटोले दिखाई देता है, और बाबासाहेब एक-एक कर चेंबर में पैर रखते हुए देखते हैं, लेकिन सभी बेहोश हो जाते हैं और सागर के पानी में गिर जाते हैं।
बाद में बारामती के बाहर निकलकर बारामती की सिल्वर जुबली प्रदर्शनी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

घटना के बाद बारामती के सिल्वर जुबली अस्पताल में जुटे परिजन और गांव के लोग।
पुलिस ने चारों शवों को पहचान के लिए भेज दिया है।
फरीदाबाद में भी ऐसी घटना हुई थी
दिल्ली से सटे फरीदाबाद शहर में भी अक्टूबर माह में ऐसी ही घटना हुई थी। बिना सुरक्षा उपकरण के सीवर टैंक की सफाई करने से 4 युवकों की दर्दनाक मौत हो गई थी। यहां चैंबर की सफाई करने से उतरे युवक अंदर ही बेहोश हो गए थे। अग्निशमन के कर्मचारियों ने स्थानीय पुलिस की मदद से टैंक में बेहोश होकर चारों युवकों को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकलने और अस्पताल में भर्ती कराने का आरोप लगाया। जांच के दौरान डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया। मरने वाले युवकों की उम्र करीब 25 से 30 साल थी। पुलिस के मुताबिक, मृत की पहचान दक्षिणपुरी दिल्ली, संगम विहार, संजय कैंप निवासी रोहित, रवि, विशाल और सूर्य के रूप में हुई थी
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