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दोषी में पूर्व कांग्रेसी विधायक वैद्य के घर लाल: आय से अधिक संपत्ति मामले में विजिलेंस की दबिश, संपत्ति के दस्तावेज और बैंक खाते खंगाल रहे अधिकारी

प्रकार3 घंटे पहले

पंजाब पुलिस के विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व कांग्रेसी विधायक कुलदीप सिंह वैद्य के घर रेड की है। बताया जा रहा है कि विजिलेंस ब्यूरो की टीम वैद्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच कर रही है और इसी कड़ी में सोमवार सुबह यात्रियों में उनके सरभा नगर स्थित आवास पर दबिश दी गई। सूत्रों के अनुसार वैद्य की संपत्ति के दस्तावेज और बैंक खाता चेक किए जा रहे हैं।

विजिलेंस की टीम कुलदीप वैद्य के सरभा नगर स्थित आवास और उसकी बगलों में बनाए गए रेस्तरां की जांच कर रही है। इस संपत्ति की पैमाइश के अलावा पूर्व विधायक के परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ चल रही है। सूत्रों के अनुसार, विजिलेंस अधिकारियों ने पूर्व विधायक कुलदीप सिंह वैद्य को भी घर में बैठे रखा है और उनसे सवाल-जवाब किए जा रहे हैं।

कुलदीप सिंह वैद्य 2017 के विधानसभा चुनाव में जिले की गिल सीट से कांग्रेस के विधायक फिर चुने गए। कैप्टन सरकार के दौरान पंजाब में वह हाउस कार्पोरेशन के जिम्मेदार भी थे। विजिलेंस अधिकारी वैद्य पर कई महीनों से नजरें जमाए हुए थे और सोमवार सुबह पुख्ता सूचना के बाद लेखा-जोखा रखा गया। पंजाब विजिलेंस के अधिकारी अभी इस बारे में कोई साझा जानकारी नहीं कर रहे हैं।

पूर्व विधायक कुलदीप सिंह वैद्य।

पूर्व विधायक कुलदीप सिंह वैद्य।

कुलदीप सिंह वैद्य पंजाब सिविल सर्विस (पीसीएस) के 1992 के दाखिले के अधिकारी हैं और वर्ष 2007 में वह आईएएस अधिकारी के तौर पर प्रमोट हो गए थे। वैद्य मोगा के डीसी जीवन के अलावा दो प्रकार के एडीसी और ग्रेटर फाइनेंसियल एरिया डवलपमेंट व्यूह (ग्लाडा) के भिन्नात्मक चीफ एडमिनिस्ट्रेटर भी रहे।

वर्ष 2016 में कुलदीप सिंह वैद्य ने सिविल सेवा सेवा से फिर से जुड़कर कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली थी। 2017 में कैप्टन अमरिंदर सिंह की लहर में वे जिले की गिल सीट से कांग्रेस के विधायक फिर चुने गए।

कुलदीप सिंह वैद्य पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के करीबी बताते हैं। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की नीयत पर है और उनके खिलाफ ल्यूक आउट सर्क्युलर जारी किया गया है। इसी कड़ी में विजिलेंस अधिकारियों के हाथ कुछ निशान लगे जिसके बाद वैद्य के घर दबिश दिया गया।

कई पूर्व कांग्रेसी नेताओं के प्रमाण मिले हैं

पंजाब में सालभर पहले भगवंत सिंह मान की प्रतिबद्धता में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने के बाद कांग्रेस के तमाम बड़े नेता सरकार के निशाने पर है। विजिलेंस ब्यूरो कांग्रेस के कई पूर्व मंत्रियों और इसकी जांच शुरू कर चुका है। इनमें से कई पूर्व मंत्रियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। इनमें भारत भूषण आशू, साधुसिंह धर्मसोत, सुंदर शाम अरोड़ा और संगत सिंह गिल्जियां शामिल हैं।

पंजाब के पूर्व राजस्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ के खिलाफ भी आय से अधिक संपत्ति की जांच चल रही है। कांगड़ भी कैप्टन के साथ बीजेपी जॉइन कर रहे हैं।

इसके अलावा पूर्व कांग्रेसी नेता कुशलदीप सिंह किक्की ढिल्लों के फार्महाउस पर भी विजिलेंस की टीमें रेड कर चुकी हैं। किक्की ढिल्लों को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी मानते हैं। विजिलेंस ने अपने निर्माणाधीन फार्महाउस को पैसे की तरह दिया था। पठानकोट के पूर्व कांग्रेसी विधायक विज के खिलाफ भी विजिलेंस पठानकोट नगर निगम में की गई अनिमित कार्यकर्ताओं से संबंधित शिकायत की जांच कर रहा है। 2022 के चुनाव में आंदोलन की दाखा विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने का अभियान सीएम संदीप संधू के खिलाफ भी उग्रवाद का मामला दर्ज किया है।

अगली स्क्रीन पर

पंजाब की आप सरकार के निशाने पर अब पूर्व कार्यकर्ता और कांग्रेसी नेता चरणजीत सिंह चन्नी हैं। विजिलेंस ब्यूरो चन्नी के खिलाफ आय से अधिक मामले में ल्यूक आउट सर्कुलर जारी कर चुका है ताकि वह विदेश में शेयर न करे। हाल ही में बजट सत्र के दौरान विधानसभा में सदन के अंदर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी चन्नी के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए थे।

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