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केरल विधानसभा से पुलिस ने बाहर का दावा किया:मार्शल्स ने हाथ पकड़ लिया, फर्स पर घसीटा भी; स्पीकर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे

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केरल विधानसभा से कई पुलिस बाहर निकलने का अनुमान:मंगल ने हाथ मरोड़ा, फर्स पर घसीटा भी; स्पीकर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे

तिरुवनपुरम3 घंटे पहले

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केरल में विधानसभा के कई विधायक स्पीकर के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे।  जिसके बाद घरों को मंगल बुलाया गया।  - दैनिक भास्कर

केरल में विधानसभा के कई विधायक स्पीकर के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके बाद घरों को मंगल बुलाया गया।

केरल विधानसभा में बुधवार को जमकर जमकर। असेंबली स्पीकर ए.एन. शमशीर ने निर्णय के स्थगन प्रस्ताव के नोटिस को नामंजूर कर दिया था, जिसके बाद यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के स्पीकर स्पीकर के सामने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन के दौरान स्पीकर के दृश्यों के बाहर धरने पर बैठ गए। जिसके बाद मार्शलों ने उन्हें जबरन उठाते हुए सदन से बाहर ले गए।

विधानसभा में असंबद्ध के नेता वी.डी. सतीशन ने बताया कि झड़पों के दौरान चार झलक को चोटें भी आई हैं। इनमें के.के. रेमा, ए.के.एम. अशरफ, टी.वी. इब्राहिम और सनीश कुमार का नाम शामिल है।

उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक और पूर्व गृह मंत्री तिरुवंचूर राधाकृष्णन को झटका दिया गया, और विधायक के.के. रेमा का हाथ मरोड़ा गया और चार-पंच महिला मार्शलों ने उन्हें फ़र्स्ट पर घसीटा।

विरोध प्रदर्शन के दौरान कई विधायक जमीन पर गिर गए।  इसके बाद मार्शल उन्हें बाहर ले गए।

विरोध प्रदर्शन के दौरान कई विधायक जमीन पर गिर गए। इसके बाद मार्शल उन्हें बाहर ले गए।

क्या था मामला?
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, विपक्षी दलों की ओर से बुधवार को सदन प्रस्ताव प्रस्ताव का नोटिस दिया गया था, जिसे वक्ता शमशीर ने नामंजूर कर दिया था। इसके बाद होने के लिए आवेदन और आवासों में उपस्थिति स्थल बनाना शुरू कर दिया। इसके बाद वे घर से बाहर निकल गए, और वक्ता के कार्यालय की ओर चल दिए।

इन नज़रों की घड़ी और शब्द कर्मचारी रोकते हैं, जो राज्य विधानसभा के लिए जिम्मेदार होते हैं, और सीधे वक्ता रिपोर्ट करते हैं।

इससे पिछले कोच्चि डम्पयार्ड में आग को लेकर विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई पर चर्चा की मांग के लिए दिया गया नोटिस भी नामंजूर कर दिया गया था।

बाकी के आरोप- मुख्यमंत्री के दबाव में काम कर रहे वक्ता
UDF सप्तक पर भागीदारों के आरोप लगाए जाते हैं। यह देखा जाता है कि वे चुनिंदा पिनाराई विजयन के दबाव में काम कर रहे हैं। सतीश ने कहा- लोकसभा चुनाव में डेमोक्रेटिक राइट्स लगातार जीत रहे हैं। हाल ही में एक नाबालिग लड़की पर अत्याचार के मुद्दों को कार्यस्थगन प्रस्ताव के माध्यम से उठाने की कोशिश की थी, लेकिन वक्ता ने बिना किसी कारण के नोटिस नामंजूर कर दिया था।

उन्होंने यह भी कहा कि सवालों से जुड़े सवाल हैं और मौजूदा सत्र को तुरंत खत्म करना चाहते हैं।

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