असम में भाजपा नेता हिमंता बिस्वा सरमा को चुनाव आयोग का नोटिस, कांग्रेस के सहयोगी को धमकाने का आऱोप
) कांग्रेस का आरोप है कि हिमांता ने मोहिलरी के खिलाफ भरे शब्दों का इस्तेमाल किया
गुवाहाट:
भारतीय निर्वाचन आयग (चुनाव आयोग) ने असम में बीजेपी के कद्दावर नेता और मंत्री (हिमंत बिस्व सरमा) को कांग्रेस की शिकायत पर नोटिस भेजने वाले का जवाब मांगा है। कांग्रेस का आरोप है कि हिमांता ने हर्गामा मोहिलारी (हाग्राम मोहिलरी) के खिलाफ भरे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। मोहिलरी बोडोलैंड पीपुल्स एमआर (बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट) के प्रमुख हैं, जिन्होंने चुनाव के ठीक पहले बीजेपी का साथ सिवाय कांग्रेस का दामन थाम लिया था। असम विधानसभा चुनाव के लिए एक अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान हुआ।
कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आय कोोग को 30 मार्च को एक शिकायत सौंपी थी। इसमें आरोप लगाया गया है कि हिमंता बिस्वा सरमा ने मोहिलरी को सार्वजनिक रूप से दृढ़ किया है। इसमें सरमा ने कथित तौर पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा मोहिलरी को जेल भेजने की बात कही।इस कारण दो नोटिस में चुनाव आयोग ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने आरोपलगाया है कि इस कथित धमकी के जरिये हिमालय बिस्वा सरमा ने मतदाताओं को कांग्रेस उसके सहयोगी दलों को वोट न देने के लिए भी आगाह किया है। इसमें मोहिलरी का समूह बोडोलैंड पीपुल्स एम शामिल है।
आयोग को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से सरमा के बयान का पूरा अंश मिल गया है। इसमें सरमा ने कहा है कि अगर हर्गामा मोहिलरी ने उग्रवाद का रास्ता चुना तो वह जेल जाएगा। यह सीधी बात है। अगर मोहिलारी ने बाथ को प्रोत्साहित किया तो उसे जेल जाना पड़ेगा। हमसे पहले ही बहुत से साक्ष्य मिल चुके हैं। यह केस एनआईए को सौंपा जा रहा है। कोकराजर मेंमेंट एक कार से हथियारों की बरामदगी के मामले को एनआईए को सौंप दिया जा रहा है। किसी को भी बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद में अशांति फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। यह देखने के लिए नहीं किया जाएगा।
हर्गामा मोहिलरी (हगराम मोहिलरी) ने बीजेपी का साथ छोड़कर कांग्रेस से जुड़ गए थे, जब भाजपा ने यूनाटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल्स के साथ मिलकर दिसंबर शुरू किया था परिषद बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद का गठन कर लिया था। असम विधानसभा चुनाव के दो चंनों का मुकाबला हो चुका है। 126 सीटों वाली विधानसभा के लिए तीन चऱों में मतदान होना है। एक अप्रैल को दूसरे च अप्रैलण के चुनावों में 77.3 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने उम्मीदवारों का इस्तेमाल किया। अंतिम चरण का चुनाव असम में 6 अप्रैल को होना है। मतगणना दो मई को होगी।
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